माँ चंद्रघंटा की कृपा से भक्तों में साहस और आत्मविश्वास का विकास होता है। उनके उपासक जीवन के हर क्षेत्र में विजय प्राप्त करते हैं। उनकी पूजा से मन की शांति, मानसिक और शारीरिक बल में वृद्धि होती है।
अधिक पढ़ेंमां ब्रह्मचारिणी की आराधना से भक्तों को संयम, धैर्य, और तपस्या की शक्ति प्राप्त होती है। उनकी पूजा से मनुष्य को कठिन परिस्थितियों में धैर्यवान और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा मिलती है। जो व्यक्ति मां की विधि-विधान से पूजा करता है, उसे अपने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। यह पूजा विशेष रूप से विद्यार्थियों और तपस्वियों के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है।
अधिक पढ़ेंनवरात्रि के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की पूजा की जाती है। भक्त इस दिन सफेद वस्त्र पहनकर पूजा करते हैं, और माँ को सफेद फूल अर्पित करते हैं। माँ शैलपुत्री की पूजा से साधक को मन की शांति और स्थिरता प्राप्त होती है। यह दिन आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत मानी जाती है, और इसे साधना और ध्यान के लिए सबसे उपयुक्त दिन माना जाता है।
अधिक पढ़ेंकरण के आधार पर कार्यों का निर्णय लेना एक प्राचीन परंपरा है, जो हिंदू ज्योतिष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। करण के अनुसार कार्य करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। पंचांग की सहायता से करण की स्थिति का सही ज्ञान लेकर, आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं और कठिनाइयों से बच सकते हैं।
अधिक पढ़ेंज्योतिष शास्त्र में योग का महत्व बहुत अधिक होता है। योग ग्रहों, नक्षत्रों और तिथियों की विशेष स्थिति को दर्शाते हैं, जो किसी कार्य के शुभ और अशुभ समय को बताने में सहायक होते हैं। विभिन्न योगों के आधार पर यह तय किया जाता है कि कौन-सा कार्य कब करना चाहिए ताकि कार्य में सफलता और समृद्धि प्राप्त हो सके।
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