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वार के अनुसार शुभ मुहूर्त का निर्धारण

वार के अनुसार शुभ मुहूर्त का निर्धारण

ज्योतिष शास्त्र में वार (सप्ताह के दिन) का बहुत बड़ा महत्व है। हर वार का संबंध एक ग्रह से होता है, और उसी आधार पर शुभ या अशुभ मुहूर्त का निर्धारण किया जाता है। हर वार के साथ संबंधित ग्रह उस दिन किए जाने वाले कार्यों पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए किसी विशेष कार्य को करने से पहले उस दिन का वार और उससे संबंधित शुभ मुहूर्त का विचार करना आवश्यक होता है।

वार और उनके अधिपति ग्रह

  • रविवार: इस दिन का अधिपति ग्रह सूर्य है। सूर्य ऊर्जा, आत्मविश्वास और नेतृत्व का प्रतीक है। इसलिए रविवार को राज्य-संबंधी कार्य, उच्च अधिकारियों से मिलना, और ऊर्जा से जुड़े कार्य करना शुभ माना जाता है।

  • सोमवार: चंद्रमा का दिन होने के कारण सोमवार को मानसिक शांति, जल से जुड़े कार्य, गृहस्थी के कार्य और व्यापार में निवेश करना शुभ होता है। यह दिन शांतिपूर्ण कार्यों के लिए अनुकूल है।

  • मंगलवार: मंगल का दिन, जो साहस और शक्ति का प्रतीक है। इस दिन युद्ध, भूमि से जुड़े कार्य, शत्रु पर विजय और नए निर्माण कार्य करना शुभ माना जाता है। लेकिन विवाद और कानूनी मामले इस दिन टालने चाहिए।

  • बुधवार: बुध ग्रह का दिन है और बुध ज्ञान और व्यापार का कारक होता है। इस दिन व्यापार, शिक्षा, और संचार से संबंधित कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त माना जाता है।

  • गुरुवार: गुरु बृहस्पति का दिन है, जो धर्म, शिक्षा, और समाज सेवा का प्रतीक है। गुरुवार को शिक्षा, धार्मिक कार्य, और समाज से जुड़े कार्य करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

  • शुक्रवार: शुक्र ग्रह का दिन है, जो प्रेम, सौंदर्य और वित्तीय समृद्धि का प्रतीक है। इस दिन विवाह, सौंदर्य, संगीत और कला से जुड़े कार्यों में सफलता मिलती है।

  • शनिवार: शनि ग्रह का दिन है, जो धैर्य और मेहनत का प्रतीक है। इस दिन धैर्यपूर्वक किए गए कार्य, संपत्ति निवेश, और दीर्घकालिक योजनाएं बनाने के लिए शुभ माना जाता है।

शुभ मुहूर्त का निर्धारण

शुभ मुहूर्त का निर्धारण पंचांग के आधार पर किया जाता है। पंचांग में वार, तिथि, नक्षत्र, योग, और करण का समन्वय कर शुभ मुहूर्त निकाला जाता है। ज्योतिषी किसी कार्य के लिए वार और ग्रहों की स्थिति के आधार पर शुभ समय का चयन करते हैं।

अलग-अलग वारों पर किए जाने वाले कार्यों का चयन सावधानी से किया जाता है, ताकि ग्रहों की ऊर्जा से उस कार्य में सफलता प्राप्त हो सके। यदि किसी विशेष कार्य के लिए उचित वार का चयन किया जाए और शुभ मुहूर्त में कार्य संपन्न किया जाए, तो वह कार्य निर्विघ्न और सफल रहता है।

निष्कर्ष

वार के अनुसार शुभ मुहूर्त का निर्धारण बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि हर वार का अपना एक ग्रह होता है, जो उस दिन के कार्यों पर प्रभाव डालता है। उचित वार और शुभ मुहूर्त का ध्यान रखकर कार्य करने से सफलता की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं और जीवन में सकारात्मकता आती है।

सुबह मुहूर्त देखने क लिए पंचांग पर जाये


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